सीबीआई ने टीम ने महंत के कई खातों को देखा और उसमें किए गए लेनदेन के बारे में भी जानकारी ली। जिनसे लेनदेन हुआ है माना जा रहा है कि उनको भी बुलाकार पूछताछ की जा सकती है।

महंत नरेंद्र गिरि की मौत प्रकरण की जांच में जुटी सीबीआई ने अब उनके और मठ से जुड़े लेनदेन के मामलों पर नजर टिका दी है। शनिवार को सीबीआई अफसरों ने महंत व मठ से जुड़े खातों की डिटेल खंगाली। यह देखा कि घटना से कुछ दिनों पहले तक मठ या महंत के खुद के खातों से किन-किन लोगों से लेनदेन किया गया। इसके साथ ही सीबीआई की टीम ने मठ का बहीखाता खंगालने वाले दो सेवादारों से भी पूछताछ की।

घटना के बाद सीबीआई टीम के पहली बार मठ पहुंचने पर ही मठ से जुड़े लेनदेन के मामले भी चर्चा में आए थे। मौके से बरामद सुसाइड नोट में भी दो लोगों से लेनदेन का जिक्र किया गया था। इसके अलावा घटना से पहले मठ में बड़ी रकम आने की भी चर्चा रही। इसी को देखते हुए सीबीआई ने अपनी जांच के दायरे में मठ व महंत से जुड़े लेनदेन के मामलों के बिंदु को भी शामिल कर लिया है।
चेक किए गए खातों के स्टेटमेंट
इसी के तहत शनिवार को सीबीआई अफसरों ने मठ व महंत से जुड़े खातों की डिटेल खंगाली। खातों के स्टेटमेंट चेक किए। पता लगाया कि इन खातों से हाल के दिनों में किन लोगों को रकम भेजी गई। रकम भेजी गई तो किस मद में इसे ट्रांसफर किया गया या कि स माध्यम से रकम निकाली गई। टीम की ओर से यह भी जानकारी की गई कि खातों में कहां-कहां से बड़ी रकम आई।

सेवादारों से पूछा, नगदी में किससे होता था लेनदेन
दोपहर में मठ का बहीखाता संभालने वाले दो सेवादार भी पुलिस लाइन बुलाए गए। सूत्रों का कहना है कि वहां उनसे मठ के वित्त्तीय मामलों से जुड़े मुद्दों पर जानकारी ली गई। पूछा गया कि हाल में किन किन मदों में मठ के खाते से बड़ी रकम खर्च की गई। क्या कुछ ऐसे भी लोग थे जिनसे नगद लेनदेन किया जाता रहा हो। महंत की मौत से पहले मठ में बड़ी रकम आने की चर्चा को लेकर भी उनसे सवाल पूछे गए। जिन दो सेवादारों से पूछताछ हुई, यह वही सेवादार बताए जा रहे हैं जिनसे सीबीआई ने मठ में भी करीब एक घंटे तक सवाल पूछे थे।

महंत ने तो नहीं जताई थी पैसों की जरूरत
सेवादारों से इस बाबत भी पूछताछ की गई कि हाल के दिनों में महंत ने उनसे कभी पैसों की जरूरत का तो जिक्र नहीं किया। दरअसल महंत की मौत मामले में एफआईआर दर्ज कराने वाले अमर गिरि पवन महाराज ने पुलिस को बयान दिया था कि महंत पिछले कुछ समय से आनंद गिरि से परेशान होने की बात किया करते थे। ऐसे में इस बात का भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कोई व्यक्ति ऐसा तो नहीं था जो इस मामले में मध्यस्थता कर उनसे आर्थिक लाभ लेने की कोशिश कर रहा हो। फिलहाल सेवादारों ने इस बात से साफ इंकार किया है कि महंत ने हाल के दिनों में कभी बड़ी रकम की जरूरत का जिक्र उनसे किया।

 

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