भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ को लेकर रामनगरी में उत्साह है। उत्सव को दिव्यता-भव्यता प्रदान करने की कवायद अकेले श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ही नहीं कर रहा है, बल्कि जनभागीदारी से इस आयोजन को ऐतिहासिक बनाने की योजना पर काम चल रहा है। प्रतिष्ठा द्वादशी के रूप में मनाई जाने वाली वर्षगांठ को लेकर अयोध्या में उत्सव की तैयारी है। राम मंदिर में तो अनुष्ठान व सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे ही, मठ-मंदिराें में भी अनुष्ठान होंगे।प्रतिष्ठा द्वादशी का मुख्य उत्सव 31 दिसंबर को मनाया जाएगा। इस दिन राम मंदिर समेत अन्य मठ-मंदिरों में विभिन्न आयोजन होंगे। दशरथ महल बड़ास्थान में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ के अवसर पर बधाई गान का कार्यक्रम होगा। इसके अलावा सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी में भी विशेष अनुष्ठान की तैयारी हो रही है। इस दिन हनुमंतलला को विशेष भोग अर्पित किया जाएगा। वहीं राम मंदिर में विराजमान रामलला को 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग अर्पित किया जाएगा।
नाका हनुमानगढ़ी मंदिर में महंत रामदास के संयोजन में सामूहिक सुंदर कांड पाठ आयोजित होगा। उन्होंने कहा कि प्रतिष्ठा द्वादशी का उत्सव अब अयोध्या का एक महत्वपूर्ण पर्व हो गया है। जैसे हम रामनवमी, होली, दीपावली मनाते हैं, उसी तरह इस उत्सव को भी भव्यता पूर्वक मनाएंगे। नित्य सरयू आरती के संयोजक महंत शशिकांत दास ने कहा कि 31 दिसंबर की शाम मां सरयू की 5100 बत्ती की महाआरती उतारी जाएगी। अपने-अपने मठ-मंदिरों में साधु-संत दीप जलाकर उत्सव मनाएंगे।
प्रतिष्ठा द्वादशी के लिए कार्यालय का उद्घाटन
प्रतिष्ठा द्वादशी समारोह को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। 29 दिसंबर से दो जनवरी तक प्रतिष्ठा द्वादशी समारोह का आयोजन किया जाएगा। समारोह का उद्घाटन 31 दिसंबर को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। समारोह के कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार हो चुकी है। समारोह की निगरानी के लिए एक कार्यालय खोल दिया गया है। रामजन्मभूमि दर्शन पथ पर स्थित यात्री सेवा केंद्र भवन में कार्यालय का उद्घाटन विधिविधान पूर्वक बृहस्पतिवार को किया गया। राम मंदिर के ट्रस्टी महंत दिनेंद्र दास ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच कार्यालय का उद्घाटन किया। समारोह में आने वाले मेहमानों को हर जरूरी जानकारी इस कार्यालय से मिलेगी। उद्घाटन अवसर पर डॉक्टर चंद्रगोपाल पांडेय, सोमेश, मयंक पांडेय, कृष्ण कुमार तिवारी व जगदीश प्रसाद द्विवेदी मौजूद रहे।