पितृ विसर्जनी अमावस्या पर पितृों के निमित्त तर्पण देकर उन्हें विदा किया गया। आज से शारदीय नवरात्र शुरू होंगे। इस बार चतुर्थी तिथि क्षय होने के कारण नवरात्र आठ दिन के होंगे। श्रद्धालुओं ने नवरात्र के लिए खरीदारी की।

पितृ विसर्जनी अमावस्या पर परंपरानुसार तर्पण किया गया। इसके साथ ही पितृ धरती से विदा हो गए। अब गुरुवार से शारदीय नवरात्र शुरू होंगे। आईआईटी स्थित सरस्वती मंदिर के पुजारी आचार्य राकेश शुक्ल ने बताया कि इस साल चतुर्थी तिथि क्षय होने के कारण नवरात्र आठ दिन के होंगे।

नौ अक्तूबर को तृतीया और चतुर्थी का संयोग एक साथ होगा। इस दिन देवी के तीसरे स्वरूप चंद्रघंटा और चौथे स्वरूप कूष्मांडा की एक साथ पूजा-आराधना की जाएगी। बताया कि इस नवरात्र में देवी का वाहन डोली होगा। अष्टमी का व्रत तेरह और नवमी का व्रत चौदह अक्तूबर को होगा। नवरात्र की पूर्व संध्या पर श्रद्धालुओं ने बाजारों में व्रत और पूजा के सामान की खरीदारी की।

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