संगम की रेती पर बसे माघ मेले में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए किए गए उपायों के बीच साधु-संतों और अधिवक्ताओं ने रविवार को महामारी के निवारण के लिए संगम पर पूजा-आरती की। इससे पहले संतों-भक्तों ने शोभायात्रा निकाली। साथ ही देश में बनी वैक्सीन की सफलता और महामारी के समूल नाश के लिए मां गंगा से प्रार्थना की।
माघ मेले में अक्षयवट मार्ग स्थित बाबा मौजगिरि दत्तात्रेय शिविर में रविवार को संतों और भक्तों का समागम हुआ। इसमें अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों के अलावा हाईकोर्ट के अधिवक्ता, अफसर, किन्नर व अन्य भक्त शामिल थे। इस दौरान कोरोना से मुक्ति के लिए संगम पर पूजा की गई। संतों के साथ अधिवक्ता यात्रा के रूप में संगम पहुंचे। वहां गंगा पूजन कर कोरोना से मुक्ति और देश में निर्मित वैक्सीन को सफल बनाने के लिए मां गंगा और अन्य देवी देवताओं से प्रार्थना की गई।
गंगा पूजन में पंचदशनाम जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक महंत हरि गिरि, उपाध्यक्ष महंत विद्यानंद सरस्वती, प्रवक्ता महंत नारायण गिरि, महंत आंनद शेखर गिरि, इलाहाबद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरेंद्र नाथ सिंह, अपर महाधिवक्ता विनोद कांत, अधिवक्ता देश रतन चौधरी, अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता प्रवीण कुमार गिरि, देवेंद्र मिश्रा नगरहा,किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरि, किन्नर छोटी चौरसिया, महंत नीलकंठ गिरि,महंत पुष्कर गिरि, महंत इच्छा गिरि,भाजपा के महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी,विधायक हर्षवर्धन बाजपेयी,पवन जायसवाल,अनुराधा सुंदरम, लोक सेवा आयोग के सदस्य कल्पराज सिंह, अरुण देशवाल समेत तमाम लोग उपस्थित थे।
कोरोना से मुक्ति से लिए मछली बंदर शिविर में पंचमेवा से आहुति
सेक्टर-चार स्थित मछली बंदर मठ के शिविर रविवार को कोरोना महामारी से मुक्ति के लिए रुद्राभिषेक, आरती और हवन किया गया। दंडी संन्यासी प्रबंध समिति के अध्यक्ष विमल देव आश्रम जी महाराज की मौजूदगी में काशी के वेदज्ञाता आचार्यों ने औषधियों के साथ पंचमेवा से आहुति दी। स्वामी विमल देव ने बताया कि विश्व कल्याण के लिए यह हवन किया गया। ताकि, कोरोना का समूल सफाया हो सके। इस मौके पर स्वामी प्रकाश आश्रम, रामदेव आश्रम, प्रणव आश्रम, राजेश्वर आश्रम, महेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी, योगेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी, राजेश स्वरूप ब्रह्मचारी समेत कई संत उपस्थित थे।