कोरोना के फिर से रौद्र रूप धारण करने के बाद भी मेले में इसकी जांच, मास्क पहनने और अन्य नियमों को मानने से इनकार करने वाले धार्मिक मुखियाओं और साधु-संतों की जमात में से अब  तक 20 कोरोना संक्रमित हो चुके हैं और 100 से ज्यादा श्रद्धालु भी इसकी चपेट में आ चुके हैं।   इस बीच अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि को तबीयत बिगड़ने पर एम्स में भर्ती कराया गया है। शनिवार को कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उनको अखाड़े में ही आइसोलेट किया गया था। वहीं, पिछले पांच दिनों में निरंजनी अखाड़े के दस संत भी संक्रमित हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग ने अखाड़े के कई संतों के कोविड सैंपल भी लिए हैं। श्रीमहंत के संपर्क में आए यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भी मंगलवार को लखनऊ में अपनी कोविड जांच कराई है।श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाकुंभ से जुड़े अवस्थापना सुविधाओं के विकास के लिए सक्रिय भूमिका निभा रहे थे। उनके प्रयासों से ही बैरागी अखाड़ों और महामंडलेश्वरों को छावनी के लिए भूमि आवंटित हुई। मेला पुलिस-प्रशासन से लेकर अखाड़ों के संतों के बीच वह सेतु का काम कर रहे थे। धार्मिक कार्यक्रमों से लेकर कुंभ से जुड़ी बैठकों में भी प्रतिभाग कर रहे थे। चार दिन पूर्व उनको पेट खराब होने और डिहाइड्रेशन की शिकायत हुई। शुक्रवार को उनको निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया और कोविड की जांच के लिए आरटीपीसीआर सैंपल लिया गया। जांच रिपोर्ट आने से पहले शनिवार सुबह ही नरेंद्र गिरि अस्पताल से स्वेच्छा से अखाड़े में आ गए।

यहां वे न केवल संतों से मिले बल्कि यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी मिलकर उनका स्वागत किया। इसके बाद उनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। स्वास्थ्य विभाग ने अखाड़े को सैनेटाइज कर उनके संपर्क में आए संतों के कोविड सैंपल लिए। अब तक दस संत पॉजिटिव भी आ चुके हैं। श्रीमहंत को अखाड़े में ही आइसोलेट किया गया था। सोमवार रात अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई। एंबुलेंस से तत्काल उनको एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया।

एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश थपलियाल ने बताया कि श्रीमहंत नरेंद्र गिरि को बीती रात इमरजेंसी में भर्ती किया गया। प्रारंभिक जांच के बाद उन्हें आईपीडी में शिफ्ट कर दिया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है। उनकी देखरेख में लगे डॉक्टरों ने बताया कि श्रीमहंत मधुमेह के रोगी हैं और उन्हें बुखार व कफ की शिकायत है। फिलहाल वह पूरी तरह से स्टेबल हैं।

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