उद्योगों और अंतरराष्ट्रीय बाजार की मांग के अनुरूप चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) तैयार किए जाएंगे। इसके लिए पांच साल बाद सीए पाठ्यक्रम और प्रशिक्षण में बदलाव का मसौदा तैयार किया गया है। इसमें पढ़ाई के साथ-साथ प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित दिया गया है। इसके लिए देशभर से अभी तक 17 हजार से अधिक सुझाव मिल चुके हैं।
देहरादून शाखा में आयोजित कार्यक्रम में आईसीएआई के अध्यक्ष डॉ. देवाशीष मित्रा ने उपरोक्त बात कही। कहा कि देशभर में आईटी कानूनों में बदलाव हो रहा है। पहले वह किसी भी काम के लिए इनकम टैक्स ऑफिस में अधिकारियों से मिलते थे, लेकिन अब सभी कुछ फेसलेस हो चुका है। कहा कि यह बहुत बड़ा बदलाव है। इन्हीं बदलावों को देखते हुए अब उद्योगों और अंतरराष्ट्रीय बाजार की मांग के अनुरूप सीए तैयार किए जाएंगे। इसके लिए राष्ट्रीय स्तर पर चार्टर्ड अकाउंट के कोर्स में बदलाव किया जा रहा है। 30 जून तक इसके लिए देशभर से सुझाव मांगे गए हैं। एक जुलाई से नया पाठ्यक्रम जारी कर दिया जाएगा।
नया पाठ्यक्रम नई शिक्षा नीति के अनुरूप तैयार किया गया है। कामकाज में दक्षता लाने के लिए एक वर्ष तक फैलो चार्टर्ड अकाउंटेंट (एफसीए) के साथ एक वर्षीय प्रशिक्षण का भी प्रस्ताव है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) और ब्लाक चेन तकनीक सिखाई जाएगी। आईसीएआई के उपाध्यक्ष अंकित ने नए पाठ्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पहले प्रशिक्षण तीन साल का होता था, जिसे अब दो साल कर दिया है। पहले ट्रेनिंग के साथ-साथ परीक्षाएं भी होती थी। अब सिर्फ ट्रेनिंग ही होगी। इस मौके पर डॉ. गिरीश आहूजा, सीए अनुज गोयल, ज्ञानचंद मिश्रा, सीए राजेश गुप्ता, सीए रजत शर्मा, संजय नौटियाल, रोमल जैन, जसमीत सिंह आदि थेे।