विधानसभा चुनाव में दल बदलने का दौर जारी है। आगरा में फतेहाबाद विधानसभा सीट से वर्तमान भाजपा विधायक जितेंद्र वर्मा ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। जितेंद्र वर्मा सपाई हो गए हैं। विधायक जितेंद्र वर्मा का टिकट कटने के बाद रविवार को वह साइकिल पर सवार हो गए। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव को इस्तीफा भेजने के बाद लखनऊ में उन्होंने सपा की सदस्यता ग्रहण की। सपा ने जितेंद्र वर्मा को आगरा का जिलाध्यक्ष बनाया है। जितेंद्र वर्मा निषाद समाज से आते हैं। पूर्व में सपा में शामिल रहे वर्मा 2017 में भाजपा के टिकट पर फतेहाबाद सीट से जीते थे। इस बार उनका टिकट कट गया था। भाजपा ने इस बार फतेहाबाद से छोटेलाल वर्मा को टिकट दिया है।छोटेलाल वर्मा दो बार विधायक रह चुके हैं। वह लंबे समय से पार्टी के साथ जुड़े हुए हैं। ग्रामीण विधानसभा सीट पर बदलाव की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन फतेहाबाद पर भी पार्टी ने परिवर्तन करके संदेश दिया कि वह जिताऊ उम्मीदवारों को ही टिकट देगी।
जितेंद्र वर्मा ने रविवार को भाजपा का दामन छोड़कर सपा का दामन थाम लिया। साल 2008 से 2013 तक जितेंद्र वर्मा सपा के जिलाध्यक्ष रहे थे। इसके बाद 2016 में भाजपा में आ गए। निषाद समाज से आने वाले जितेंद्र के सपा में शामिल होने पर निषाद बाहुल्य फतेहाबाद और बाह सीट पर मुकाबला दिलचस्प होगा। लखनऊ में सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और निवर्तमान जिलाध्यक्ष मधुसूदन शर्मा ने जितेंद्र वर्मा को पार्टी में शामिल कराया। सपा में आते ही जितेंद्र को अखिलेश यादव ने जिला इकाई में अहम जिम्मेदारी सौंपते हुए जिलाध्यक्ष बनाया है। सपा में शामिल होने से पहले विधायक ने प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को भेज दिया था। जितेंद्र वर्मा के साथ उनके कई समर्थकों ने भाजपा छोड़ दी है।