सरयू की लहरों की मानिंद सियासत की धारा भी बदलती रहती है। 2017 में केसरिया रंग चटख हुआ तो अयोध्या, सुल्तानपुर व अंबेडकरनगर की 15 सीटों में से 11 भगवा रंग में रंग गईं। तीन सीटें बसपा और एक सपा को मिली थीं। उपचुनाव हुआ तो अंबेडकरनगर जिले की एक सीट सपा ने बसपा से छीन ली। चुनाव आते-आते बसपा के बचे दोनों विधायकों के साथ ही प्रमुख चेहरे भी साइकिल पर सवार हो गए। आमजन की चर्चाओं मे जो कुछ सामने आता है, उससे साफ है कि यहां लड़ाई भाजपा और सपा के बीच है। हालांकि, नई टीम के साथ बसपा मुकाबले को अलग रंग देने में जुटी है।
अयोध्या : मंदिर निर्माण से बना वीवीआईपी क्षेत्र
सियासी उथल-पुथल के बीच सरयू अपनी रौ में बह रही हैं। मतदाताओं के मिजाज की थाह लेने के लिए हम पौ फटने से पहले निकले। हमारा पहला पड़ाव था राम की पैड़ी। कड़कड़ाती ठंड में भी यहां सरयू मैया की जयकार के साथ डुबकी लगाते साधु-संतों से लेकर पर्यटन से रोजगार तलाशते युवा और व्यापारी मिले। जैसे ही पर्यटकों भरी नाव किनारे लगाकर अजय मांझी आए, हमने उनसे सियासी चर्चाएं छेड़ दीं। उन्होंने कहा, इस बार तो सपा से टक्कर होगी। इस पर राममिलन पांडेय फट पड़ते हैं। वे बोले-तुम्हारी उम्र ही क्या है, हमने लोगों को मरते देखा है। अंजनी पंडा कहते हैं, अयोध्या को दुनिया की सबसे सुंदर नगरी बनाने वाले कभी नहीं हार सकते। मोदी ने हर वर्ग व जाति के गरीबों को घर दिया है। राशन, तेल, नमक तक मुफ्त मिल रहा है। नाविक राजू भी बोल पड़े, योगी ने दीपोत्सव का सिलसिला शुरू कर हमारी कमाई बढ़ा दी है। मनीष माझी गर्व से कहते हैं, अब तो यह देश का सबसे वीवीआईपी क्षेत्र हो गया है।
हनुमानगढ़ी पहुंचे तो हमें महंत राजू दास मिले। वे कहते हैं, राममंदिर बनते देखकर तो बसपा महासचिव सतीश मिश्र, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल व मनीष सिसौदिया समेत तमाम विपक्षी नेता भी बहुत प्रभावित नजर आते हैं, मगर बाहर जाते ही सियासी हो जाते हैं। पुजारी रमेश दास का मानना है कि मोदी-योगी सांस्कृतिक विरासतों का सृजन कर रहे हैं। वे कहते हैं, ऐसे मुद्दों पर जातीय दीवारें ढह जाती हैं, लेकिन ऊंट किस करवट बैठेगा, अभी कुछ पक्का नहीं कह सकते।महंत बलराम दास कहते हैं, सब चाहते हैं कि योगी यहां से लड़ें। बाकी संत भी इसका समर्थन करते हैं। व्यापार मंडल के नेता नंदकुमार गुप्ता नंदू अलबत्ता कुछ सवाल उठाते हैं। वे कहते हैं, चौड़ीकरण के नाम पर दर्जनभर दुकानें तोड़ दी गईं, सैकड़ों तोड़ी जानी हैं। इसका चुनाव में नुकसान होगा। वहीं, गुलाबबाड़ी पार्क में मिले मो. अरशद खान, मो. नौशाद, मो. असद, मो. साहिल कहते हैं, इस बार कहीं न तो बसपा चलेगी और न ओवैसी। कैसे? इस सवाल पर वे सिर्फ इतना कहते हैं, सपा अबकी बार सबको जादू दिखाएगी। अजय कुमार कोरी भी पिल पड़े। उन्होंने जवाबी हमला किया, यदि मुसलमान बसपा छोड़ेेंगे, तो दलित भाजपा में जा सकता है।