उत्तरी हरिद्वार के खड़खड़ी स्थित वेद निकेतन में पिछले दिनों हुई धर्म संसद के विवादों के बीच अब संतों ने अलीगढ़ में दो दिवसीय धर्म संसद आयोजित करने का एलान किया है। धर्म संसद के आयोजन को लेकर 21 सदस्यीय कोर कमेटी का गठन भी कर दिया है। वहीं, धर्म संसद में शामिल होने वाले संतों पर मुकदमा दर्ज कराने वाले लोगों के खिलाफ भी पुलिस को तहरीर दी गई है।

हरिद्वार के खड़खड़ी स्थित वेद निकेतन में 17 से 19 दिसंबर तक धर्म संसद हुई थी, जिसमें उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी ने विशेष समुदाय के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी। इसके साथ ही कुछ संतों ने भी विवादित बयान दिए थे, जिसकी देशभर में आलोचना हुई। धर्म संसद के आयोजन के बाद उठे विवादों के चलते अब संतों ने भूपतवाला स्थित शांभवी धाम में बैठक कर 21 सदस्यीय कोर कमेटी का गठन किया है।
शांभवी धाम के परमाध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि धर्म संसद पर शोर मचाने वाले लोगों को कड़े शब्दों में जवाब दिया जाएगा। सनातन धर्म की रक्षा के लिए पूरे देश में धर्म संसदों का आयोजन किया जाएगा। आगामी 22 व 23 जनवरी को अलीगढ़ में अगली धर्म संसद आयोजित होगी। 12 फरवरी को कुरुक्षेत्र में धर्म संसद आयोजित की जाएगी। हिमाचल प्रदेश में भी धर्म संसद आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। अब सभी फैसले 21 सदस्य कोर कमेटी ही लेगी।
हरिद्वार होगा पूरे आंदोलन का मुख्यालय
महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि ने अध्यक्षता करते हुए चार प्रस्ताव पास किए। प्रस्तावों के अनुसार जिहाद के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। जो संत धर्म संसद का विरोध कर रहे हैं, उनसे मिलकर वास्तविकता से अवगत कराया जाएगा। पूरे आंदोलन का मुख्यालय हरिद्वार रहेगा। कोर कमेटी के सदस्यों की सुरक्षा के लिए संबंधित सरकारों से वार्ता की जाएगी। धर्म संसद का एक विधिक पैनल गठित किया जाएगा, जो लोअर कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक कानूनी लड़ाई लड़ेगा।

महामंडलेश्वर स्वाम प्रबोधानंद गिरि ने बताया कि सभी तीर्थों पर कोर कमेटी की बैठक आयोजित की जाएगी। बैठक में जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि, स्वामी अमृतानंद, स्वामी परमानंद, स्वामी महेश स्वरूप, स्वामी शिवानंद, स्वामी विश्वापुरी, स्वामी सागर सिंधु, स्वामी हितेश्वरानंद सरस्वती, डॉ. प्रेमानंद, स्वामी संतोष मुनि, वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी, दर्शन भारती आदि उपस्थित रहे।
संतों की तहरीर लेने आश्रम पहुंचे नगर कोतवाल
धर्म संसद में विवादित बयान देने वाले संत धर्मदास और साध्वी अन्नपूर्णा भारती के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने वाले लोगों के खिलाफ बैठक में क्रास रिपोर्ट दर्ज करवाने का प्रस्ताव पारित हुआ। संतों ने मुकदमा दर्ज करने की मांग उठाई। इसके बाद नगर कोतवाल राकेंद्र कठैत को सूचना दी गई। नगर कोतवाल संतों की तहरीर की कापी लेने स्वयं शांभवी धाम पहुंचे। जबकि विवादित बयान देने वाले संतों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने के लिए लोगों को कोतवाली के चक्कर काटने पड़े। मुकदमा दर्ज होने के बाद भी पुलिस की कार्रवाइ आगे नहीं बढ़ पा रही है। इसको लेकर लोगों में तरह तरह के सवाल उठने लगे हैं।
बैठक में सभी के मोबाइल कराए गए बंद
अलीगढ़ में होने वाली धर्म संसद को लेकर शांभवी धाम में बैठक हुई। इसमें शामिल संतों और अन्य लोगों के मोबाइल बंद करवा दिए गए। ताकि कोई भी बैठक की वीडियो न बना सके। धर्म संसद की वीडियो वायरल होने के बाद ही संतों ने यह तरीका अपनाया।

 

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